मोबाइल नंबर रखने पर पैसा लगेगा?
अगर ऐसा हुआ तो वाकई दर्द होने वाला है. एक बार और अगर लिख देते हैं साथ में शायद भी. क्योंकि शायद ऐसा हुआ तो वाकई हम सभी को दिक्कत होगी. अगर मगर और शायद इसलिए क्योंकि हमें जिस चीज के तकरीबन मुफ़्त में मिलने की आदत लग चुकी है, अगर उसके लिए पैसे (TRAI Mobile Number Charges) देने पड़ें तो किसे अच्छा लगेगा भला. और अगर पैसे एक बार नहीं बल्कि हर साल देने पड़ें तो दर्द होना लाजमी है. दर्द की इंतिहा तब होगी जब बिना इस्तेमाल के पैसे देने पड़ें तो कैसा लगेगा. फिलहाल के लिए दर्द को अल्प विराम देते हैं और खबर पर आते हैं.
खबर आपके मोबाइल फोन और लैंडलाइन से जुड़ी हुई है. इसके मुताबिक, हमें और आपको नया नंबर लेने पर एक तयशुदा फीस देना पड़ सकती है. ऐसा नया नंबर लेते समय भी हो सकता है और वर्तमान में इस्तेमाल नंबरों के साथ भी. Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) ऐसा विचार कर रही है. क्यों? जवाब तलाशने की कोशिश करते.
मोबाइल नंबर पर फीस का विचार
हाल फिलहाल ये विचार या प्रपोजल है जो (TRAI) ने दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, TRAI ने मोबाइल नंबरों पर चार्ज लगाने का सोचा है क्योंकि उनके मुताबिक मोबाइल नंबर्स एक कीमती सोर्स हैं और ये अनगिनत या अनंत नहीं हैं. मतलब एक दिन ऐसा होगा जब मोबाइल नंबर खत्म हो जाएंगे. नंबरों का गणित कैसे तय होता है, वो आप यहां क्लिक करके जान लीजिए.
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TRAI की 6 जून 2024 की प्रेस रिलीज के मुताबिक, वो मोबाइल नंबरों पर फीस लगा सकती है. हालांकि, ये फीस यूजर्स पर नहीं बल्कि टेलिकॉम कंपनियों पर लगाई जाएगी. लेकिन ये समझना कोई बड़ी बात नहीं कि ऑपरेटर इसको यूजर्स से ही वसूलेंगे.
हो सकता है कि नया नंबर लेने पर एकमुश्त फीस देनी पड़े या फिर वार्षिक चार्जेज वसूले जाएं. इसका एक उद्देश्य ऐसे नंबरों पर भी लगाम लगाना है जो स्टेपनी जैसे पड़े रहते हैं. मतलब एक होता है मेन नंबर और एक नंबर जो आमतौर पर डेटा के लिए इस्तेमाल होता है. एक किस्म का स्टैंडबाय नंबर.
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अब क्या होगा क्या नहीं, वो जल्द पता चलेगा. लेकिन जो आपके मन में घंटी बजी हो कि नंबर का पैसा तो अभी भी लगता है. जनाब आजकल नंबर का नहीं सिर्फ डेटा का पैसा लगता है. मोबाइल नंबर का पैसा लगे तो जमाना हो गया. जाते-जाते इतना और जान लीजिए कि आज की तारीख में 1.19 बिलियन मतलब 120 करोड़ के अल्ले-पल्ले मोबाइल नंबर एक्टिव हैं. जाहिर सी बात है कि इसमें स्टैंडबाय नंबर या डेड पड़े नंबर भी अच्छे खासे होंगे. कई बार हम अपनी आलस में इनको बंद नहीं करवाते. टेलीकॉम ऑपरेटर्स भी ज्यादा टेंशन नहीं लेते. नतीजा 9 और 8 तो छोड़िए 7 से स्टार्ट होने वाले फ्रेश नंबर मुश्किल से भी नहीं मिलते.
शायद यही वजह है जो अब मोबाइल नंबर पर पैसा वसूलने की बात हो रही है.
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