यात्रियों की संख्या और आय में वृद्धि
सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह के अनुसार, वर्ष 2023-24 के दौरान गोरखपुर जंक्शन से यात्रा शुरू करने वाले आरक्षित श्रेणी के यात्रियों की संख्या 53,75,937 और अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों की संख्या 76,48,820 रही। कुल मिलाकर, यात्रियों की संख्या 1,30,24,757 पहुंची, जिससे रेलवे को 591.94 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई।
स्टेशन का नया रूप और विकास
गोरखपुर जंक्शन का नया भवन निर्माणाधीन है, जिसमें लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस परियोजना का शिलान्यास पिछले साल 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नया स्टेशन भवन अगले 50 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है, जिसे सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
स्टेशन की ग्रेडिंग और यात्री सुविधाएं
गोरखपुर स्टेशन को NSG-1 श्रेणी में चुना गया है, जिसका मतलब है कि स्टेशन पर अधिक और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। स्टेशनों की ग्रेडिंग के लिए सरकार द्वारा यात्रियों की संख्या, स्टेशन परिसर की सफाई, प्लेटफार्म पर मिलने वाली सुविधाओं आदि का आकलन किया जाता है। इस चयन से स्टेशन के विकास के लिए अधिक धनराशि खर्च की जा सकती है।
भविष्य की योजनाएं और विकास की दिशा
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के लिए यह एक विशेष उपलब्धि है। बिहार और नेपाल समेत अन्य स्थानों के लिए सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी होने के कारण यात्री संख्या और राजस्व में लगातार वृद्धि हो रही है। गोरखपुर जंक्शन के नए भवन का निर्माण स्टेशन को आधुनिक स्वरूप में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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गोरखपुर रेलवे स्टेशन को देशभर के टॉप 28 गैर-उपनगरीय श्रेणी (NSG-1) के स्टेशनों में चुना गया है। इस उपलब्धि को गोरखपुर स्टेशन ने एक साल में 1 करोड़ से अधिक यात्रियों के यात्रा करने के आधार पर हासिल किया है।
यात्रियों की संख्या और आय में वृद्धि
सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह के अनुसार, वर्ष 2023-24 के दौरान गोरखपुर जंक्शन से यात्रा शुरू करने वाले आरक्षित श्रेणी के यात्रियों की संख्या 53,75,937 और अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों की संख्या 76,48,820 रही। कुल मिलाकर, यात्रियों की संख्या 1,30,24,757 पहुंची, जिससे रेलवे को 591.94 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई।
स्टेशन का नया रूप और विकास
गोरखपुर जंक्शन का नया भवन निर्माणाधीन है, जिसमें लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस परियोजना का शिलान्यास पिछले साल 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नया स्टेशन भवन अगले 50 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है, जिसे सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
स्टेशन की ग्रेडिंग और यात्री सुविधाएं
गोरखपुर स्टेशन को NSG-1 श्रेणी में चुना गया है, जिसका मतलब है कि स्टेशन पर अधिक और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। स्टेशनों की ग्रेडिंग के लिए सरकार द्वारा यात्रियों की संख्या, स्टेशन परिसर की सफाई, प्लेटफार्म पर मिलने वाली सुविधाओं आदि का आकलन किया जाता है। इस चयन से स्टेशन के विकास के लिए अधिक धनराशि खर्च की जा सकती है।
भविष्य की योजनाएं और विकास की दिशा
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के लिए यह एक विशेष उपलब्धि है। बिहार और नेपाल समेत अन्य स्थानों के लिए सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी होने के कारण यात्री संख्या और राजस्व में लगातार वृद्धि हो रही है। गोरखपुर जंक्शन के नए भवन का निर्माण स्टेशन को आधुनिक स्वरूप में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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