गोरखपुर में पोर्नोग्राफी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल श्रीवास्तव और उसके परिवार पर कड़ी कार्रवाई की है। ED ने कुशीनगर में 12 घंटे की छापेमारी के दौरान अतुल और उसके पिता के कुल 7 बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। साथ ही, अतुल और उसके परिवार को 4 दिसंबर को मुंबई स्थित ED कार्यालय में पेश होने का नोटिस जारी किया गया है।
शाही मार्केट से गिरफ्तारी की चर्चाएं
गोरखपुर में अतुल की गिरफ्तारी को लेकर दिनभर चर्चाएं रहीं। शुरू में खबर आई कि उसे हिंदी बाजार इलाके से हिरासत में लिया गया है। हालांकि, बाद में शाही मार्केट में उसके कथित ऑफिस की तलाश की गई, लेकिन वहां कोई कार्यालय नहीं मिला। बताया जा रहा है कि अतुल पिछले पांच महीने से गोरखपुर में रहकर अन्य सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के साथ काम कर रहा था।
पडरौना में पैतृक संपत्ति पर छापेमारी
ED की टीम ने कुशीनगर के पडरौना स्थित अतुल के पैतृक घरों पर भी छापे मारे। जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए और सभी मोबाइल फोन फ्लाइट मोड में डाल दिए गए। टीम ने अतुल के पिता प्रमोद श्रीवास्तव से वित्तीय लेन-देन और संपत्तियों की जानकारी मांगी।
दोस्त के खाते से निकासी का शक
कार्रवाई के दौरान ED ने अतुल के करीबी दोस्त रोहित चौरसिया से भी पूछताछ की। जांच में पता चला कि रोहित के खाते से 15 लाख रुपये की संदिग्ध निकासी हुई है। रोहित ने कथित तौर पर अपनी पासबुक और एटीएम अतुल को सौंप दी थी। ED ने रोहित का मोबाइल जब्त कर उसे भी मुंबई तलब किया है।
राज कुंद्रा से कनेक्शन की जांच
ED को शक है कि अतुल ने बॉलीवुड प्रोड्यूसर राज कुंद्रा के पोर्नोग्राफी प्रोडक्शन नेटवर्क को तकनीकी मदद दी। आरोप है कि उसने ऐसे सॉफ्टवेयर विकसित किए, जिनसे अश्लील सामग्री को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड किया गया।
बीटेक के बाद सॉफ्टवेयर कंपनी की शुरुआत
कानपुर से बीटेक करने के बाद अतुल ने गोरखपुर में अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी शुरू की थी। उसने कई युवाओं को रोजगार दिया, लेकिन अब उसकी तकनीकी विशेषज्ञता पर सवाल उठ रहे हैं।
परिवार का दावा: अब तक कोई ठोस सबूत नहीं
अतुल के पिता प्रमोद श्रीवास्तव का कहना है कि ED ने उनके घर में गहन जांच की है, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अतुल का परिवार हमेशा से एक सम्मानजनक जीवन जीता रहा है।
जांच जारी, बड़े खुलासों की संभावना
ED की कार्रवाई ने गोरखपुर और कुशीनगर में हलचल मचा दी है। 4 दिसंबर को होने वाली पूछताछ से मामले में बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। अब सभी की निगाहें ED की आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।