गोरखपुर में सिपाही पंकज कुमार और डॉक्टर अनुज सरकारी के बीच हुए विवाद ने अब सियासी मोड़ ले लिया है। पुलिस की एकतरफा कार्रवाई को लेकर मामला तूल पकड़ रहा है और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय अधिकार सेना के अध्यक्ष और पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने खुली चेतावनी दी है कि अगर 3 दिनों के भीतर डॉक्टर अनुज सरकारी के खिलाफ FIR दर्ज नहीं हुई, तो वे 15 अक्टूबर से कैंट थाना के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे।
अमिताभ ठाकुर ने पुलिस पर पक्षपाती कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्दीधारी सिपाही के साथ हुई मारपीट के बावजूद डॉक्टर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जो कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
MLC देवेंद्र प्रताप सिंह का समर्थन, एक दिन का उपवास और ED जांच की मांग
इस मामले में भाजपा MLC देवेंद्र प्रताप सिंह ने भी सिपाही के समर्थन में मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र लिखकर डॉक्टर अनुज सरकारी और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की है। इसके साथ ही, 14 अक्टूबर को सिपाही को न्याय दिलाने के लिए गांधी प्रतिमा पर एक दिन का उपवास रखने की घोषणा की है। देवेंद्र प्रताप सिंह ने डॉक्टर के अस्पताल द्वारा ली जा रही मनमानी फीस और 200 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर सवाल उठाया है, और जनता से इस लड़ाई में साथ देने की अपील की है।
पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल, कोर्ट में सुनवाई की तैयारी
इस मामले में विवाद तब और गहराया जब सिपाही पंकज कुमार को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जबकि डॉक्टर अनुज सरकारी पर अब तक कोई FIR दर्ज नहीं हुई है। पुलिस की इस निष्क्रियता से स्थानीय संगठनों और नेताओं ने कड़ा विरोध जताया है। वहीं, डॉक्टर पर केस दर्ज कराने के लिए अधिवक्ताओं ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) के समक्ष प्रार्थना पत्र दायर किया है, जिस पर 15 अक्टूबर को सुनवाई होगी। पुलिस से इस मामले में रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है, जिसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
डॉक्टर-सिपाही विवाद: घटनाक्रम की संक्षिप्त जानकारी
यह विवाद 3 अक्टूबर को शुरू हुआ जब सिपाही पंकज कुमार अपनी पत्नी की मेडिकल रिपोर्ट दिखाने डॉक्टर अनुज सरकारी के अस्पताल पहुंचे। फीस को लेकर हुई बहस के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने सिपाही के साथ मारपीट की। इसके अगले दिन सिपाही ने डॉक्टर पर हथौड़े से हमला किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। सिपाही की पत्नी की FIR की मांग के बावजूद पुलिस ने अब तक डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे जनता में गुस्सा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
15 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन की तैयारी
15 अक्टूबर को अमिताभ ठाकुर के नेतृत्व में बड़े प्रदर्शन की तैयारी है। वहीं, MLC देवेंद्र प्रताप सिंह की मांग के अनुसार डॉक्टर अनुज सरकारी की संपत्तियों पर ED की नजर है। अब देखना यह है कि पुलिस की कार्रवाई और कोर्ट की सुनवाई किस दिशा में आगे बढ़ती है।