ब्लाॅक के सैथवलिया-सुटेहरा गांव में टीएसी जांच में सरकारी धन के गबन की पुष्टि हो चुकी है। घपले के जिम्मेदारों से गबन की धनराशि की वसूली होगी। मंडलायुक्त ने डीएम को वसूली के निर्देश दिए हैं।
गांव के हिफजुर्रहमान की शिकायत पर मंडलायुक्त ने 10 जनवरी को सैथवलियां-सुटेहरा गांव में मनरेगा विकास कार्यों की मंडलीय टीएसी टीम ने जांच की। जांच में 10.88 लाख रुपये के गबन की पुष्टि की। प्राविधिक परीक्षक की रिपोर्ट पर मंडलायुक्त ने डीएम को गबन की वसूली किए जाने का निर्देश दिया।
इसके बाद ग्राम प्रधान रूबीना खातून ने छह बिंदुओं का प्रत्यावेदन पत्र देकर दोबारा जांच कराने का अनुरोध किया। मंडलायुक्त ने एक्सईएन पीडब्ल्यूडी व एक्सईएन आरईडी बस्ती को जांच के निर्देश दिए। इधर, शिकायत कर्ता ने गबन की पुष्टि के बावजूद वसूली न होने पर डीएम, कमिश्नर से लेकर आयुक्त ग्राम्य विकास को पत्र सौंपा।
आयुक्त ग्राम्य विकास ने पांच दिसंबर को टीएसी जांच रिपोर्ट के नियमानुसार आगे की कार्रवाई संस्तुति कर दी। इसके बाद मंडलायुक्त अखिलेश सिंह ने गठित जांच समिति को निरस्त कर दिया। साथ ही डीएम को नियमानुसार वसूली के निर्देश दिए हैं।
सैथवलिया सुटेहरा गांव का मामला संज्ञान में है। कमिश्नर का पत्र मिला है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। गबन की धनराशि की वसूली कराई जाएगी: महेंद्र सिंह तंवर, डीएम