सारांश: दुर्गा पूजा के ठीक पहले बांग्लादेश ने हिल्सा मछली के निर्यात पर रोक लगा दी है, जिससे बंगाली समुदाय में नाराजगी बढ़ गई है। पश्चिम बंगाल के बाजारों में हिल्सा की कमी होने की आशंका है, जिससे इसकी कीमतें आसमान छू सकती हैं।
बांग्लादेश का हिल्सा मछली पर निर्यात प्रतिबंध
दुर्गा पूजा की शुरुआत से कुछ दिन पहले बांग्लादेश ने भारत को हिल्सा मछली का निर्यात रोकने का फैसला किया है। पश्चिम बंगाल के बाजारों में हिल्सा मछली की कमी होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे इसकी कीमतें बढ़ सकती हैं।
दुर्गा पूजा में हिल्सा की कमी का असर
दुर्गा पूजा के दौरान बंगाली समुदाय के लोग घर में हिल्सा मछली बनाना एक परंपरा के रूप में मानते हैं। लेकिन इस बार, बांग्लादेश के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले से लोगों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। पश्चिम बंगाल में हिल्सा की कमी से पूजा के समय विशेष रूप से इसका असर पड़ेगा।
बांग्लादेश-भारत संबंधों में बढ़ते तनाव
शेख हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध बिगड़ते जा रहे हैं। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद युनूस की नई सरकार ने दुर्गा पूजा से पहले हिल्सा मछली के निर्यात पर रोक लगाने का फैसला किया है। इससे पश्चिम बंगाल के बाजारों में हिल्सा की कीमतें बढ़ने की संभावना है, जो बंगाली समुदाय के लिए चिंता का विषय है।
शेख हसीना की नीति पर रोक
साल 2019 से, बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हर साल दुर्गा पूजा से एक महीने पहले भारत को पद्मा नदी से 1,000 टन से अधिक हिल्सा मछली निर्यात करने की नीति अपनाई थी। गंगा नदी, जिसे बांग्लादेश में पद्मा नदी के नाम से जाना जाता है, से हिल्सा मछली का निर्यात बंगाली समुदाय के लिए महत्वपूर्ण रहा है।
निष्कर्ष: बांग्लादेश द्वारा हिल्सा मछली के निर्यात पर रोक का यह फैसला बंगाली समुदाय के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, खासकर जब दुर्गा पूजा का त्योहार नजदीक है। अब देखना होगा कि इस स्थिति में पश्चिम बंगाल सरकार और बंगाली समुदाय कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।