भारत ने विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करने से इनकार कर दिया है। BCCI ने ICC का वह प्रस्ताव ठुकरा दिया, जिसमें बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के कारण टूर्नामेंट भारत में कराने का सुझाव दिया गया था।
BCCI के सचिव जय शाह ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत अगले साल विमेंस वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है। ऐसे में BCCI यह नहीं चाहता कि लगातार दो बड़े टूर्नामेंट भारत में ही आयोजित हों, क्योंकि इससे एक गलत संदेश जा सकता है।
बेंगलुरु में नया NCA तैयार
जय शाह ने बताया कि बेंगलुरु में नया नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) अब आधुनिक सुविधाओं के साथ पूरी तरह तैयार है। इसके संसाधनों का उपयोग अन्य खेलों के ओलंपिक खिलाड़ियों द्वारा भी किया जा सकेगा।
भारत में विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप कराने का प्रस्ताव खारिज
जय शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अक्टूबर में होने वाले विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप को भारत में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था, जिसे BCCI ने अस्वीकार कर दिया है। यह टूर्नामेंट 3 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच बांग्लादेश में आयोजित होना है, लेकिन वहां की राजनीतिक स्थिति के कारण आयोजन में अनिश्चितता बनी हुई है।
पिंक बॉल टेस्ट पर विचार
शाह ने कहा कि आगामी सीजन में पिंक बॉल टेस्ट मैचों को शामिल नहीं किया गया है। भारत में पिंक बॉल टेस्ट अक्सर दो दिन में खत्म हो जाते हैं, जिससे दर्शकों और प्रसारकों को आर्थिक नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि फैंस पांच दिन के मैच के लिए टिकट खरीदते हैं, लेकिन अगर मैच दो-तीन दिन में समाप्त हो जाए, तो बाकी दिनों की टिकटों का क्या होगा? इस स्थिति में टिकटों का रिफंड भी नहीं मिलता, इसलिए वह इसे एक भावनात्मक दृष्टिकोण से भी देखते हैं।
अब तक, भारत ने चार डे नाइट टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से तीन घरेलू मैदान पर और एक विदेशी मैदान पर खेले गए। सभी मैच तीन दिनों से कम समय में समाप्त हुए।
टीम इंडिया में वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट जरूरी
शाह ने कहा कि जो खिलाड़ी चोट के कारण भारतीय टीम से बाहर हैं, उन्हें वापसी के लिए पहले घरेलू टूर्नामेंटों में खेलकर अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए ऐसा कहना जरूरी नहीं होगा।