रक्षाबंधन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को दो दिनों के दौरे पर गोरखपुर पहुंचे। शाम करीब 4 बजे सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर जाकर गुरु गोरक्षनाथ की पूजा-अर्चना की और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेककर आशीर्वाद लिया।
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी उत्तर प्रदेश में ‘रोड टू स्कूल’ परियोजना के पहले चरण का शुभारंभ करेंगे। इस परियोजना के तहत चरगांवा ब्लॉक के 78 परिषदीय स्कूलों को शामिल किया गया है, जिनमें प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालय शामिल हैं।
हिंदुजा समूह की पहल
‘रोड टू स्कूल’ परियोजना हिंदुजा समूह की अशोक लीलैंड लिमिटेड और लर्निंग लिंक फाउंडेशन की पहल है। इसका औपचारिक शुभारंभ मंगलवार को सुबह 10:30 बजे गुलरिहा क्षेत्र स्थित रेडिएंट रिजॉर्ट में आयोजित किया जाएगा।
पहले चरण में 17,781 छात्रों को लाभ
इस परियोजना के पहले चरण में चरगांवा ब्लॉक के 78 परिषदीय स्कूलों के 17,781 छात्रों को लाभ होगा। इस ब्लॉक में परियोजना के तहत काम शुरू हो चुका है। दूसरे चरण में भटहट ब्लॉक के 90 परिषदीय स्कूलों को शामिल किया जाएगा, जिसमें 16,434 छात्र लाभान्वित होंगे।
सामान्य विकास के लिए प्रयास
‘रोड टू स्कूल’ परियोजना का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और कला के क्षेत्र में सुधार करना है। इस परियोजना में बच्चों के नामांकन को बढ़ाने, ड्रॉप आउट दर को कम करने, पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाने और उनके समग्र विकास के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत शारीरिक, भावनात्मक, सामाजिक और पर्यावरणीय कल्याण पर आधारित पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे।
57 युवाओं को मिला रोजगार
इस परियोजना के अंतर्गत, 57 युवाओं को रोजगार भी प्रदान किया गया है, जो वॉलंटियर के रूप में कार्यरत हैं। ये वॉलंटियर्स डीएलएड या बीएड पास युवाओं में से चयनित किए गए हैं और स्थानीय शिक्षकों के साथ मिलकर बच्चों के माता-पिता से संपर्क कर उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
आधार कार्ड बनवाने की सुविधा
साथ ही, स्कूलों में आधार कैंप भी आयोजित किए गए हैं, जिससे बच्चों को आधार कार्ड बनवाने की सुविधा प्राप्त हुई है। इस पहल से न केवल बच्चों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ी है, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में भी सुविधा मिली है।
खेलो इंडिया कार्यक्रम और कौशल विकास
‘रोड टू स्कूल’ परियोजना के तहत खेलो इंडिया कार्यक्रम को भी लागू किया जाएगा, जिससे बच्चों को खेल के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलेगा। कौशल विकास के लिए बच्चों में निहित हुनर को तलाश कर उसे तराशा जाएगा। विद्यालयों को शिक्षण सहायक सामग्री और गणित किट प्रदान की जाएगी, साथ ही खेल किट भी उपलब्ध कराई जाएगी।