गोरखपुर में दशहरा और दुर्गा पूजा का उल्लास चरम पर है, जहां मां दुर्गा के भक्त नौ दिनों तक पूजा-अर्चना और उपवास में लीन हैं। गोरखपुर के विभिन्न हिस्सों में स्थापित भव्य दुर्गा पंडालों की सजावट हर किसी का ध्यान खींच रही है, और मां दुर्गा की प्रतिमाओं की स्थापना का काम ज़ोर-शोर से चल रहा है। अधिकांश पंडालों में देवी की प्रतिमाएं स्थापित हो चुकी हैं, और रविवार तक सभी प्रमुख पंडालों में भी यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
आखिरी चरण में सजावट का काम, कारीगरों का अद्भुत कौशल
शहर के अलग-अलग इलाकों में पंडाल सजावट का काम अपने अंतिम चरण में है। विशेष रूप से बंगाल से आए कुशल कारीगरों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां पंडालों को अद्भुत रूप दे रही हैं। देवी की सुंदर प्रतिमाओं की स्थापना के साथ-साथ उनकी भव्य सजावट का नजारा देखने लायक है। सप्तमी को विधिवत पूजा के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के पट खोल दिए जाएंगे, जिससे शहर में भक्तों की भीड़ उमड़ने की संभावना है।
प्रमुख स्थानों पर सजावट का अनोखा नजारा
गोरखनाथ मंदिर, रेलवे स्टेशन, सूबा बाजार, सुमेर सागर और नौसड़ जैसे प्रमुख स्थानों पर विशेष भव्य पंडाल बनाए जा रहे हैं। इन क्षेत्रों में कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं, और प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। कई पंडालों में प्रतिमाओं की स्थापना हो चुकी है, जबकि कुछ पंडालों में अभी अंतिम रूप देने का काम जारी है।
दशहरा मेले का आकर्षण सप्तमी से होगा शुरू
सप्तमी के साथ ही शहर में दशहरा मेला भी शुरू हो जाएगा, जो भक्तों और दर्शकों के लिए एक विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। भव्य पंडालों की रौनक और मां दुर्गा की सुंदर प्रतिमाएं देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होने की उम्मीद है।