भारतीय टीम के युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में शतक जड़ा और साबित किया कि वह निचले क्रम में टीम के लिए उपयोगी हो सकते हैं। नीतीश की शतकीय पारी के बाद पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के सुर भी बदल गए हैं और उन्होंने इस भारतीय ऑलराउंडर की जमकर प्रशंसा की है।
नीतीश ने बल्ले से दिखाया दम
नीतीश की क्षमता से जहां कई पूर्व क्रिकेटर वाकिफ थे, वहीं प्रसाद ने हाल ही में उनकी आलोचना की थी और टीम में नीतीश की भूमिका पर सवाल उठाए थे। प्रसाद ने कहा था कि नीतीश अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज नहीं हैं। हालांकि, इस युवा ऑलराउंडर ने पूर्व मुख्य चयनकर्ता को गलत साबित किया और टीम को मुश्किल से उबारने की कोशिश की। नीतीश ने बेहतरीन शतक जड़ा। वह फिलहाल 105 रन बनाकर नाबाद हैं। उन्होंने 176 गेंद की अपनी पारी में अब तक 10 चौके और एक छक्का लगाया है। नीतीश ने इसके साथ ही वाशिंगटन सुंदर के साथ आठवें विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी निभाई। नीतीश और वाशिंगटन की पारी के दम पर ही भारत तीसरे दिन स्टंप के समय पहली पारी में नौ विकेट पर 358 रन बनाने में सफल रहा। भारतीय टीम फिलहाल ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है।
प्रसाद ने लिया यू-टर्न
नीतीश की शानदार पारी ने प्रसाद को यू-टर्न लेने पर मजबूर कर दिया और उन्होंने इस ऑलराउंडर की जमकर तारीफ की। प्रसाद आंध्र प्रदेश से आते हैं और नीतीश घरेलू क्रिकेट में इसी टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रसाद ने एक स्पोर्ट्स चैनल से कहा, हमने नीतीश को अच्छी तरह तैयार किया है। अंडर-16 क्रिकेट के समय उन्होंने एक सत्र में 1200 रन बनाए थे और एक पारी में 400 रन भी बनाए थे। यह आयु वर्ग भारतीय घरेलू क्रिकेट में प्रवेश करने का मार्ग है। नीतीश ऐसे बल्लेबाज हैं जो गेंदबाजी भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘नीतीश ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तो वह बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी करते थे। नीतीश ने फिर अपनी गेंदबाजी पर काम किया और अब वह एक ऑलराउंडर के तौर पर योगदान दे रहे हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए शानदार रहे हैं और आगे भी सुधार करेंगे।’ वहीं, पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर और टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि नीतीश को ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजना जरूरी है।