क्या टेलीग्राम का विकल्प ढूंढना पड़ेगा?
टेलीग्राम से जुड़े सवाल इन दिनों इंटरनेट पर काफी ट्रेंड कर रहे हैं। भारतीय मीडिया में ऐसी खबरें सामने आई हैं कि टेलीग्राम का इस्तेमाल कथित तौर पर उगाही और सट्टेबाजी जैसे अवैध गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। इसी के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तकनीक मंत्रालय इस मामले की जांच कर सकते हैं।
हाल ही में यूजीसी नेट और नीट परीक्षा विवाद में भी टेलीग्राम का नाम सामने आया था, जहां परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने की खबर थी। इसके अलावा, बाजार नियामक संस्था सेबी ने भी टेलीग्राम पर शेयरों में हो रही सट्टेबाजी की जांच की थी।
पावेल दुरोव की गिरफ्तारी: क्या टेलीग्राम बंद हो सकता है?
फ्रांस की मीडिया के अनुसार, शनिवार शाम टेलीग्राम के संस्थापक पावेल दुरोव को पेरिस में गिरफ़्तार किया गया। 39 वर्षीय अरबपति पर टेलीग्राम पर हो रही आपराधिक गतिविधियों को रोकने में विफल रहने का आरोप है। आरोप है कि टेलीग्राम ने मादक पदार्थों की तस्करी, बाल यौन सामग्री और धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों के मामलों में अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं किया। हालांकि, टेलीग्राम ने इन आरोपों से इनकार किया है।
टेलीग्राम का बचाव
टेलीग्राम ने एक बयान में कहा कि ऐप का मॉडरेशन इंडस्ट्री के मानदंडों के अनुसार है और इसमें लगातार सुधार किया जा रहा है। कंपनी ने दावा किया कि एक प्लेटफॉर्म या उसका मालिक प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
क्या भारत में टेलीग्राम बैन हो सकता है?
टेलीग्राम भारत में एक लोकप्रिय ऐप है और पावेल दुरोव की गिरफ्तारी के बाद से ही यह सवाल उठ रहा है कि क्या भारत में टेलीग्राम बैन हो सकता है। इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी टिप्पणी की थी, जब यूजीसी-नेट परीक्षा के प्रश्न पत्र के लीक होने के बाद उसे रद्द कर दिया गया था। उन्होंने कहा था कि टेलीग्राम पर प्रश्न पत्र सर्कुलेट हुआ था और इसका ट्रैक करना एक चुनौती है।
सेबी की जांच और टेलीग्राम पर सवाल
इस साल अप्रैल में सेबी ने टेलीग्राम पर शेयरों में हो रही सट्टेबाजी की जांच शुरू की थी। सेबी का मानना था कि कुछ लोग टेलीग्राम चैनलों के जरिए शेयरों की कीमतें कृत्रिम रूप से बढ़ा या घटा रहे हैं, जिससे आम निवेशकों को नुकसान हो रहा है। सेबी ने ‘पंप एंड डंप’ घोटाले की जांच भी शुरू की थी।
आईटी मंत्रालय की प्रतिक्रिया
द हिंदू की एक खबर के अनुसार, आईटी मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से इस मुद्दे पर स्थिति की जानकारी मांगी है और कहा है कि अगर कोई उल्लंघन है तो उसके बारे में बताया जाए। आईटी मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में जांच एजेंसी की भूमिका नहीं निभा सकता है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर भी लोग इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं। कुछ यूजर्स टेलीग्राम पर बैन के खिलाफ हैं, जबकि कुछ लोग इसे अवैध गतिविधियों का अड्डा बताते हुए बैन करने की मांग कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि यूपीएससी की तैयारी के लिए लाखों छात्र टेलीग्राम पर निर्भर हैं और उन्हें नहीं लगता कि इस पर बैन लगेगा।
निष्कर्ष
टेलीग्राम को लेकर जांच जारी है और इसके भविष्य को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, इस पर बैन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।