कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर नए आरोप सामने आए हैं। अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने मंगलवार को संदीप घोष पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें उन्होंने कहा कि घोष ने कई छात्रों को ‘नुकसान’ पहुंचाया है और शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
डिप्रेशन और हत्या के आरोपों का भयानक प्रभाव: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामलों को लेकर देशभर में हंगामा मचा हुआ है। इस संदर्भ में अब कोलकाता के इस सरकारी मेडिकल कॉलेज पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप भी लगाए गए हैं। राज्य सरकार ने इन आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, और अख्तर अली को उम्मीद है कि इससे संदीप घोष को न्याय मिलेगा।
आरोपों की गंभीरता: अख्तर अली ने कहा, “संदीप घोष ने कई छात्रों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने छात्रों को फेल कराया, पास कराने के लिए पैसे लिए, और कई शिकायतें की गईं। मैंने इन अनियमितताओं की जानकारी अधिकारियों को दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
संदीप घोष की स्थिति और सीबीआई की जांच: संदीप घोष पर लगातार पांचवें दिन सीबीआई पूछताछ कर रही है। उनके खिलाफ चल रही जांच के बीच, राज्य स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें कोलकाता के एक अन्य सरकारी अस्पताल में प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त कर दिया था। इसके खिलाफ छात्रों और डॉक्टरों ने आंदोलन किया, जिसके दबाव में घोष ने 12 अगस्त को इस्तीफा दे दिया था। वर्तमान में, कलकत्ता हाई कोर्ट ने उन्हें ‘लंबी छुट्टी’ पर भेज दिया है।
विशेष जांच दल की भूमिका: नवान्न ने जनवरी 2021 से आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। इस विशेष टीम को सरकारी और निजी दस्तावेजों की जांच करने का अधिकार प्राप्त है, और यह जांच पिछले कुछ समय से जारी है।
संदीप घोष के खिलाफ प्रदर्शन: संदीप घोष के इस्तीफे के बाद भी, उनके खिलाफ छात्रों और डॉक्टरों की मांग जारी है कि उन्हें पूर्ण रूप से हटाया जाए। सीबीआई की पूछताछ और जांच प्रक्रिया में इन आरोपों की गंभीरता और भी स्पष्ट हो रही है।
समाप्ति: संदीप घोष पर लगाए गए आरोप और जारी जांच से यह स्पष्ट होता है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की गहरी जड़ें हैं। इस मामले में न्याय की उम्मीद बने रहने के साथ ही, आरोपितों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की जा रही है।