ओमप्रकाश सिंह ने आय से अधिक संपत्ति जुटाने की दी है जानकारी
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ओमप्रकाश सिंह पर आय से अधिक संपत्ति जुटाने का आरोप लगाया गया है। शासन ने जून 2022 में ओमप्रकाश सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत पर विजिलेंस जांच का आदेश दिया था। इस जांच में ओमप्रकाश सिंह की एक जनवरी 2013 से 31 मई 2022 तक की आय और खर्च की समीक्षा की गई है।
69.29 लाख रुपये की अधिक खर्ची की पुष्टि
विजिलेंस की जांच के अनुसार, इस अवधि में ओमप्रकाश सिंह की कुल आय 33.58 लाख रुपये थी, जिसमें वेतन, एरियर, बोनस और बैंक ब्याज शामिल हैं। हालांकि, परिवार के भरण-पोषण और संपत्तियां जुटाने में उन्होंने कुल 1.02 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। इस तरह, आरोपित ने अपनी आय से 69.29 लाख रुपये अधिक खर्च किए हैं।
एसीओ ने दर्ज किया मुकदमा
आय से 206 प्रतिशत अधिक खर्च किए जाने के आरोपों पर ओमप्रकाश सिंह द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर न देने पर, भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एसीओ) ने शासन के निर्देश पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की है। ओमप्रकाश सिंह मूल रूप से अमेठी के घाटमपुर गांव के निवासी हैं।
इस मामले की आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई जारी है।