दो अंतरिक्ष यात्री धरती पर कब लौटेंगे?
नासा के दो बहादुर अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर, जो पिछले दो महीने से अंतरिक्ष में फंसे हैं, अगले साल फरवरी में स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट से वापस धरती पर आएंगे।
क्यों नहीं लौटा स्टारलाइनर?
ये दोनों यात्री बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे। पर जब ये स्पेसक्राफ्ट ISS के पास पहुंचा, तो उसमें गंभीर तकनीकी दिक्कतें आ गईं। उसके थ्रस्टर्स बंद हो गए और हीलियम गैस खत्म हो गई। इसलिए नासा ने फैसला किया कि स्टारलाइनर अब “बिना क्रू” के ही वापस आएगा।
क्या हुआ था मिशन के दौरान?
सुनीता और बैरी ने 5 जून को इस मिशन के लिए उड़ान भरी थी, जो केवल 8 दिन का होना था। लेकिन अब उन्हें अंतरिक्ष में पूरे 8 महीने बिताने पड़ेंगे। इस दौरान, नासा और बोइंग के इंजीनियरों ने स्पेसक्राफ्ट की समस्याओं को ठीक करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
स्पेसएक्स करेगा वापसी की जिम्मेदारी
नासा ने अब फैसला किया है कि ये दोनों यात्री अगले साल फरवरी में स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से वापस लौटेंगे। इससे पहले, स्पेसएक्स का यान सितंबर के अंत में उड़ान भरेगा, जिसमें चार नहीं, बल्कि सिर्फ दो यात्री होंगे।
अंतरिक्ष में क्यों रुकना पड़ा ज्यादा समय?
सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर पहले भी अंतरिक्ष में लंबा समय बिता चुके हैं, इसलिए नासा को भरोसा है कि वे इस चुनौती का सामना कर लेंगे। अगले कुछ महीनों में, वे अंतरिक्ष में वैज्ञानिक काम, मरम्मत और संभवतः “स्पेसवॉक” करेंगे।
बोइंग के लिए मुश्किलें क्यों बढ़ीं?
बोइंग का स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट पहले भी तकनीकी समस्याओं का सामना कर चुका है। 2019 और 2022 की उड़ानों में भी इस यान को दिक्कतें हुई थीं। अब ये तय है कि बोइंग को इस समस्या से उबरने में और भी समय लगेगा, जबकि स्पेसएक्स ने मानवयुक्त 9 सफल उड़ानें पहले ही पूरी कर ली हैं।
निष्कर्ष:
बोइंग का यह मिशन नासा और स्पेसक्राफ्ट के लिए एक कठिन परीक्षा साबित हुआ। अब सभी की निगाहें स्पेसएक्स पर हैं, जो सुनीता और बैरी को सुरक्षित धरती पर लाने की जिम्मेदारी निभाएगा।