NEET UG 2024 Latest News: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में पेपर लीक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसका कोई सबूत नहीं है. प्रधान ने कहा, “नीट-यूजी में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं है. एनटीए में भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं, यह एक बहुत ही विश्वसनीय संस्था है.”
दरअसल, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 2024 की नीट यूजी में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 उम्मीदवारों के स्कोर-कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे और उम्मीदवारों को फिर से परीक्षा देने का मौका मिलेगा. एनटीए ने जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की पीठ को बताया कि 1,563 से अधिक उम्मीदवारों के परिणामों की समीक्षा के लिए एक समिति गठित की गई है, जिन्हें नीट-यूजी में शामिल होने के दौरान हुए समय के नुकसान की भरपाई के लिए ग्रेस मार्क्स दिए गए थे.
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एनटीए ने कहा, “समिति ने 1563 नीट-यूजी 2024 उम्मीदवारों के स्कोर-कार्ड रद्द करने का फैसला किया है, जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए थे और इन छात्रों को फिर से परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा.” न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की बेंच ने मामले की सुनवाई की.
केवल 6 एग्जाम सेंटर पर ही हुई गड़बड़ी: शिक्षामंत्री
वहीं शिक्षामंत्री ने कहा, ‘हर एग्जाम सेंटर पर पेपर के दो सेट होते हैं और परीक्षा शुरू होने से थोड़ी देर पहले ही बताया जाता है कि कौन-सा पेपर खोला जाना है. लेकिन 6 एग्जाम पर दूसरा सेट खोल दिया गया जिसकी वजह से पेपर में 30-40 मिनट समय की बर्बादी हो गई. बाद में एनटीए ने एपेक्स कोर्ट के 2018 के जजमेंट के तहत छात्रों को लॉस ऑफ टाइम की वजह से छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए थे’ उन्होंने आगे कहा “सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है और हम उसके फैसले का पालन करेंगे. हम सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी छात्र को नुकसान न हो.”
नीट पेपर लीक का कोई सबूत नहीं तो गिरफ्तारियां क्यों हुईं?
अब सवाल यह उठता है कि अगर नीट का पेपर लीक नहीं हुआ है तो पेपर लीक को लेकर गिरफ्तारियां क्यों हुई थीं. क्योंकि ऐसे बहुत से कैंडिडेट्स हैं, जिन्होंने दावा किया है की नीट का पेपर लीक हुआ था. नीट एग्जाम से पहले ही सोशल मीडिया और टेलीग्राम पर पेपर वायरल हो रहा था. मगर पहले एनटीए और शिक्षा मंत्री ने पेपर लीक की बात को सिरे से नकार दिया है. इस पर एनटीए ने एक ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ, एक एग्जाम सेंटर पर हिंदी के बजाय इंग्लिश का पेपर बंट गया था. एनटीए का यह नोटिफिकेशन देखकर कैंडिडेट्स का माथा और घूम गया. उनका कहना है कि अगर नीट का पेपर लीक नहीं हुआ तो बिहार के पटना और नालंदा में पुलिस ने गिरफ्तारियों क्यों कीं. कैंडिडेट्स का दावा है कि पेपर लीक में शामिल लोगों खुद कबूल किया है कि पेपर लीक हुआ था, उन्हें पहले पेपर मिल गया था और आंसर्स रटवाए जा रहे थे.
वहीं NEET-UG 2024 परीक्षा पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर याचिकाकर्ता और फिजिक्स वाला के सीईओ अलख पांडे कहते हैं, “आज NTA ने सुप्रीम कोर्ट के सामने माना कि छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स गलत थे और वे इस बात से सहमत हैं कि इससे छात्रों में असंतोष पैदा हुआ और वे इस बात पर सहमत हुए कि वे ग्रेस मार्क्स हटा देंगे. जिन 1,563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स मिले हैं, उनकी दोबारा परीक्षा 23 जून को होगी या फिर बिना ग्रेस मार्क्स के ओरिजनल मार्क्स छात्रों को स्वीकार होंगे. NTA ने सुप्रीम कोर्ट के सामने माना कि उनके द्वारा दिए गए ग्रेस मार्क्स गलत थे. अब सवाल यह है कि क्या NTA में और भी विसंगतियां हैं जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं है. इसलिए, NTA पर विश्वास करना बड़ा मुद्दा है. पेपर लीक का मुद्दा अभी जारी है और उस पर सुनवाई जारी रहेगी.”
23 जून को होगा नीट यूजी री-एग्जाम
बता दें कि नटीए अब 23 जून को री-नीट एग्जाम आयोजित करेगा, जिसका रिजल्ट 30 जून को जारी होगा. नया रिजल्ट जारी होने के बाद एनटीए को फिर से मेरिट लिस्ट तैयार करनी होगी, जिसके आधार पर 6 जुलाई से काउंसलिंग शुरू होगी.
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