उत्तर कोरिया, जो अक्सर मिसाइल लॉन्च के कारण चर्चा में रहता है, ने अब एक और खतरनाक हथियार ‘सुसाइड ड्रोन’ से पर्दा उठा दिया है। तानाशाह किम जोंग उन की निगरानी में इन ड्रोन का सफल परीक्षण 24 अगस्त को किया गया। परीक्षण के दौरान ड्रोन ने लक्ष्यों को सटीकता से नष्ट कर दिया, जिससे उत्तर कोरिया की सैन्य शक्ति में एक और खतरनाक आयाम जुड़ गया है।
तानाशाह किम ने दिए और अधिक सुसाइड ड्रोन बनाने के आदेश
परीक्षण के बाद किम जोंग उन ने अपने वैज्ञानिकों और रक्षा विशेषज्ञों से और अधिक सुसाइड ड्रोन बनाने के निर्देश दिए हैं। उत्तर कोरिया की कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की रिपोर्ट के अनुसार, ड्रोन संस्थान द्वारा आयोजित इस परीक्षण में इन ड्रोन की क्षमता और मारक शक्ति को प्रदर्शित किया गया। किम ने अपने वैज्ञानिकों से इन ड्रोन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित करने का भी आग्रह किया है, ताकि ये और भी अधिक खतरनाक और सटीक बन सकें।
क्या है सुसाइड ड्रोन की खासियत?
सुसाइड ड्रोन, जिन्हें लोएट्रिंग म्यूनिशन के नाम से भी जाना जाता है, दुश्मन के ठिकानों पर जमीन, हवा, और समुद्र तीनों से हमला करने में सक्षम होते हैं। ये ड्रोन अपने टारगेट तक पहुंचने के बाद उससे टकराकर खुद को विस्फोट कर नष्ट कर देते हैं, जिससे टारगेट भी पूरी तरह से तबाह हो जाता है। इस प्रकार के ड्रोन का इस्तेमाल यूक्रेन के युद्ध में भी देखा गया है।
चीन-रूस और उत्तर कोरिया के खिलाफ संभावित जंग?
हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक दस्तावेज़ पर साइन किए थे, जिसमें अमेरिकी सेना को रूस, चीन, और उत्तर कोरिया के साथ संभावित परमाणु युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया था। इस रिपोर्ट ने दुनिया भर में हलचल मचा दी थी, और अब उत्तर कोरिया के इस सुसाइड ड्रोन के परीक्षण ने इस तनाव को और बढ़ा दिया है।
उत्तर कोरिया का यह कदम वैश्विक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है, खासकर जब दुनिया पहले से ही बड़े संघर्षों के मुहाने पर खड़ी है। इस तरह के हथियारों के विकास और परीक्षण से उत्तर कोरिया के इरादों पर सवाल उठ रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी निंदा की जा रही है।