लखनऊ में भारी बारिश के दौरान एक बड़े हादसे में एक कॉम्प्लेक्स का पिलर धंस गया, जिससे पूरी इमारत हिलने लगी और दूसरी मंजिल से प्लास्टर गिर गया। इस हादसे में कई मजदूर घायल हो गए, जिन्हें तुरंत लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दमकल की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
कैसे हुआ हादसा?
हादसे के प्रत्यक्षदर्शी विनीत कश्यप, जो उन्नाव जिले के औरास के रहने वाले हैं और लोकबंधु अस्पताल में भर्ती हैं, ने बताया कि भारी बारिश के दौरान अचानक कांप्लेक्स का पिलर धंसने लगा। इमारत हिलने लगी, और दूसरी मंजिल से प्लास्टर नीचे गिरने लगा। विनीत के मुताबिक, “ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो।”
विनीत ने आगे बताया कि वह कई सालों से एक दवा फर्म में काम कर रहे हैं और हादसे के वक्त अपने साथी मजदूरों के साथ ट्रक से गत्ते उतार रहे थे। जैसे ही उन्होंने देखा कि पिलर धंस रहा है, वे तुरंत अंदर भागे और लोगों को कॉम्प्लेक्स से बाहर निकलने के लिए चिल्लाने लगे।
शहर में सुरक्षा मानकों पर सवाल
इस हादसे ने लखनऊ में इमारतों के निर्माण और सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह हादसा सिर्फ प्राकृतिक आपदा का नतीजा है या फिर सुरक्षा मानकों की अनदेखी का परिणाम? यह एक बड़ा सवाल बनकर सामने आया है। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और जल्द ही इसके पीछे की वजह का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
बचाव कार्य जारी
मौके पर बचाव कार्य जारी है, और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दमकल की टीमें अपनी पूरी कोशिश कर रही हैं कि जल्द से जल्द सभी को सुरक्षित बाहर निकाला जाए। घायलों का इलाज लोकबंधु अस्पताल में चल रहा है, और अस्पताल प्रशासन ने उनकी हालत स्थिर बताई है।
आगे की जांच और कार्रवाई
इस हादसे के बाद, लखनऊ प्रशासन ने शहर की सभी पुरानी और जर्जर इमारतों की जांच का आदेश दिया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
शहरवासियों से अपील की जा रही है कि वे भारी बारिश के दौरान पुराने या जर्जर भवनों से दूर रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।