गोरखपुर में BRD मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में एक मरीज की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया। आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही के चलते 40 साल के कमलेश निषाद की मौत हो गई। परिजनों ने सुरक्षा गार्डों पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने डंडों से तीमारदारों को पीटा।
कमलेश की तबीयत में बिगड़ती स्थिति
दरअसल, कमलेश पिपराइच क्षेत्र के जंगल धूषण का निवासी था। उसकी तबीयत दो दिनों से खराब थी। उनके भतीजे अनिरुद्ध ने बताया कि उन्हें इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लाया गया, लेकिन करीब एक घंटे बाद कमलेश ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इलाज के दौरान अपशब्द सुनने को मिले, जिससे विरोध बढ़ गया।
परिजनों का विरोध और सुरक्षा गार्डों की कार्रवाई
परिजनों ने शव को ट्रामा सेंटर के बाहर रखकर न्याय की गुहार लगाई। जब सुरक्षा गार्डों ने शव को हटाने की कोशिश की, तो दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया। इसके बाद गार्डों ने तीमारदारों को घेरकर उनकी पिटाई की।
पुलिस की भूमिका और जांच की आवश्यकता
घटना की सूचना पर पहुंची मेडिकल चौकी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन पीड़ित से तहरीर नहीं ली गई। इस घटना ने अस्पताल में सुरक्षा और इलाज की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन को इस मामले की जांच करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।