सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की, जिसमें यूक्रेन, बांग्लादेश समेत कई महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बातचीत की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की। वहीं, व्हाइट हाउस और राष्ट्रपति बाइडन ने भी इस बातचीत पर अपने-अपने बयान जारी किए।
व्हाइट हाउस का बयान: पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे की सराहना
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी की हालिया पोलैंड और यूक्रेन यात्रा पर चर्चा की। राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन में शांति और मानवीय समर्थन के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना की। बयान में विशेष रूप से उल्लेख किया गया कि दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा थी, और इससे यूक्रेन के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर शांति प्रयासों को मजबूती मिली है।
राष्ट्रपति बाइडन का सोशल मीडिया पोस्ट
राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी इस बातचीत को लेकर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “मैंने प्रधानमंत्री मोदी की पोलैंड और यूक्रेन की हालिया यात्रा पर चर्चा की और शांति के उनके संदेश और यूक्रेन के लिए जारी मानवीय समर्थन के लिए उनकी सराहना की।”
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों नेताओं ने हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। यह क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग का एक महत्वपूर्ण संकेत है।
भारत और अमेरिका के बयान: बांग्लादेश पर मतभेद
दोनों देशों ने इस बातचीत को लेकर अलग-अलग बयान जारी किए हैं। भारत की ओर से जारी बयान में बांग्लादेश के मुद्दे पर चर्चा का उल्लेख किया गया है, जबकि अमेरिकी बयान में बांग्लादेश का कोई जिक्र नहीं है। यह तथ्य इस बात को उजागर करता है कि दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दों पर संवाद के अलग-अलग दृष्टिकोण हो सकते हैं, लेकिन दोनों राष्ट्र वैश्विक और क्षेत्रीय शांति के लिए एकजुट होकर काम करने के प्रति संकल्पित हैं।
यह बातचीत प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच मजबूत होती साझेदारी का एक और उदाहरण है, जो आने वाले समय में दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।