सहारनपुर: सहारनपुर जिले में एक विशेष मामला सामने आया है जहां सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के बयान समझने के लिए विशेषज्ञों की नियुक्ति की गई है। मानसिक रूप से कमजोर एक युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में यह पहली बार हो रहा है कि पीड़िता के बयान के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।
घटना की जानकारी
28 अगस्त को सरसावा थाना क्षेत्र के एक गांव में हरियाणा के यमुनानगर के बलाचौर गांव से आई बारात के दौरान मानसिक रूप से कमजोर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई। युवती अपने दो भाइयों के साथ घर पर अकेली थी, जबकि दोनों भाई मजदूरी के लिए बाहर गए हुए थे। बारात में शामिल दो युवकों ने घर में घुसकर युवती के साथ दुष्कर्म किया। पड़ोसी महिला द्वारा आरोपियों को घर से बाहर जाते हुए देखे जाने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
विशेषज्ञों की नियुक्ति
पीड़िता के मानसिक स्थिति के कारण उसके बयान दर्ज करने में कठिनाई आ रही थी। इस वजह से सरसावा थाना पुलिस ने दो विशेषज्ञों की नियुक्ति की है। एक विशेषज्ञ मूक बधिरों के हावभाव समझने में सक्षम है और दूसरा मानसिक रूप से कमजोर व्यक्तियों से बातचीत में अनुभव रखता है। ये विशेषज्ञ पीड़िता के इशारों और हावभाव के माध्यम से उसके बयान को समझेंगे।
आगामी प्रक्रिया
पुलिस ने आरोपियों सुरेंद्र और जनरैल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। चार्जशीट में आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। अब, पीड़िता के बयान विशेषज्ञों के माध्यम से दर्ज कराए जाएंगे और इन्हें चार्जशीट में शामिल कर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस अनोखी प्रक्रिया के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पीड़िता की स्थिति और बयान को सही तरीके से समझा जा सके, जिससे न्याय प्राप्त करने में कोई बाधा न आए।