माँ शक्ति की उपासना का पावन पर्व शारदीय नवरात्रि गुरुवार से पूरे हर्षोल्लास के साथ शुरू हो गया है। गोरखपुर में भक्तों की भीड़ सुबह से ही देवी मंदिरों में उमड़ने लगी, जहां मां शैलपुत्री के दर्शन के लिए शहर के प्रमुख मंदिरों में भक्तों का सैलाब देखा जा रहा है। नवरात्रि को लेकर शहर के सभी देवी मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है।
मुख्य मंदिरों में भक्तों का सैलाब
गोलघर काली मंदिर, कुसम्ही जंगल स्थित बुढ़िया माता मंदिर, तरकुलहा देवी, और जाफरा बाजार शीतला माता मंदिर सहित शहर के प्रमुख देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की कतारें लग गईं। भक्त चुनरी, नारियल और पूजन सामग्री लेकर मंदिरों में माता के दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं।
गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी करेंगे कलश स्थापना
गोरखनाथ मंदिर में गुरुवार शाम 5 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कलश स्थापना करेंगे, जिसके साथ ही 10 दिवसीय विशेष अनुष्ठान की शुरुआत होगी। इसके अलावा, शाम 5 बजे गोरखनाथ मंदिर से भव्य कलश शोभायात्रा भी निकाली जाएगी, जिसमें साधु-संत और श्रद्धालु शामिल होंगे।
पूजन विधि और शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों के अनुसार, इस वर्ष कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:16 बजे से शाम 5:44 बजे तक है। श्रद्धालु इस समय के भीतर कलश स्थापित कर सकते हैं और मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
विशेष अनुष्ठान और विजयदशमी की शोभायात्रा
गोरखनाथ मंदिर में पूरे नवरात्रि के दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ और विशेष अनुष्ठान होंगे, जो सुबह और शाम दोनों समय आयोजित किए जाएंगे। 12 अक्टूबर को विजयदशमी के दिन गोरखनाथ मंदिर से सीएम योगी की विजय शोभायात्रा निकलेगी, जो आर्यनगर रामलीला मैदान तक जाएगी।
मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा
नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाएगी। 3 अक्टूबर को मां शैलपुत्री, 4 अक्टूबर को मां ब्रह्मचारिणी, और 5 अक्टूबर को मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी।
गोरखपुर में देवी मंदिरों की भव्य सजावट
पूरे नवरात्रि के दौरान गोरखपुर के प्रमुख देवी मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया गया है। माता के विभिन्न रूपों के दर्शन के लिए यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है, जो पूरे 9 दिनों तक भक्तिभाव में लीन रहेंगे।
विशेष हवन और कन्या पूजन
10 अक्टूबर को अष्टमी के दिन गोरखनाथ मंदिर में महानिशा पूजन और हवन का आयोजन होगा, और 11 अक्टूबर को सीएम योगी कन्या पूजन करेंगे। 12 अक्टूबर को दशहरे के साथ नवरात्रि का समापन होगा।