गोरखपुर: एम्स गोरखपुर में सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. गौरव गुप्ता को सेंट्रल स्टेराइल सप्लाई डिपार्टमेंट (सीएसएसडी) के प्रभारी पद से हटा दिया गया है। उन पर सीईओ प्रो. गोपाल कृष्ण पाल के बेटे के लिए फर्जी ओबीसी सर्टिफिकेट बनवाने का आरोप है। इस मामले की जांच जारी है और डॉ. गुप्ता को अब फायर सेफ्टी कमेटी का जिम्मा सौंपा गया है।
मामले की जानकारी
डॉ. गौरव गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने सीईओ के बेटे के लिए फर्जी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाण पत्र बनवाया, जिससे एम्स में दाखिला मिल सके। इस आरोप की जांच की जा रही है। बुधवार को सांसद रविकिशन शुक्ल एम्स का दौरा करेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
प्रशासनिक पहल
एम्स गोरखपुर में हाल ही में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है, जिस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की भी नजर है। मंगलवार को ईडी प्रो. गोपाल कृष्ण पाल ने एम्स में अधिकारियों के साथ बैठक की और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए चार नई कमेटियों के गठन की घोषणा की। इनमें डाइट व किचेन कमेटी, सीएसएसडी कमेटी, लांड्री व लिनेन कमेटी, और फायर सेफ्टी कमेटी शामिल हैं।
सांसद रविकिशन शुक्ल का दौरा
सांसद रविकिशन शुक्ल दोपहर तीन बजे एम्स पहुंचेंगे। वह एक पेड़ अभियान में शामिल होंगे और स्वच्छता अभियान के तहत सफाई भी करेंगे। इसके बाद वह संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में आपरेशन थियेटर की संख्या बढ़ाने और अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की जाएगी।
सीएसएसडी की भूमिका
सीएसएसडी में आपरेशन से जुड़े उपकरणों की सफाई, पैकिंग, कीटाणुशोधन और स्टरलाइजिंग की जाती है। यह विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ताकि चिकित्सा उपकरण संक्रमण से मुक्त रहें।
पुलिस शिकायत
जनसुनवाई पोर्टल पर 5 सितंबर को की गई शिकायत के बाद एम्स पुलिस ने डॉ. गौरव गुप्ता से संपर्क किया और शिकायत की जानकारी दर्ज की। हालांकि, शिकायत का निस्तारण पहले ठीक से नहीं हुआ था, लेकिन अब जांच फिर से शुरू की गई है।