सुलतानपुर एनकाउंटर में उठे सवाल
सुलतानपुर में हुए एनकाउंटर में डकैत मंगेश यादव की मौत पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इस एनकाउंटर में जाति के आधार पर भेदभाव किया गया। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष का डकैती में शामिल लोगों से गहरा संबंध था, और इसी कारण ‘मुख्य आरोपी’ को पहले सरेंडर कराने की साजिश रची गई।
अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “ऐसा लगता है कि सुलतानपुर डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था। नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर कराया गया, जबकि अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर केवल दिखावटी गोली मारी गई और ‘जात’ देखकर जान ली गई।”
मुआवजे की मांग
उन्होंने आगे कहा, “जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है, तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को अलग से मुआवजा देना चाहिए। ऐसी घटनाओं का मानसिक आघात व्यापार पर भारी पड़ता है और इससे होने वाली हानि की क्षतिपूर्ति सरकार द्वारा की जानी चाहिए।”
सरकार पर निशाना
अखिलेश यादव ने सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह के एनकाउंटर से सरकार का अन्यायपूर्ण और पक्षपाती रवैया उजागर होता है। उन्होंने कहा कि सुलतानपुर एनकाउंटर में जातिगत भेदभाव किया गया है, जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
सुलतानपुर एनकाउंटर की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि सुलतानपुर में हाल ही में एक एनकाउंटर के दौरान डकैत मंगेश यादव को मार गिराया गया था। इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाए हैं और इसे सत्ता पक्ष की मिलीभगत बताया है। मामले में प्रशासन की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है।
इस प्रकार के आरोपों से यूपी की राजनीति में हलचल मच गई है और इस घटना को लेकर आने वाले दिनों में और बहस की संभावना है।