श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले आतंकियों ने एक बार फिर अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। चुनाव में कुछ ही दिनों का समय बाकी है, और इसी बीच उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के टंगडार और मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर दो अलग-अलग मुठभेड़ों में तीन आतंकियों को मार गिराया गया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया है।
कुपवाड़ा मुठभेड़: घुसपैठ की कोशिश नाकाम
कुपवाड़ा जिले के टंगडार और मच्छल सेक्टर में आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिश की गई थी, जिसे सुरक्षाबलों ने समय रहते विफल कर दिया। इन मुठभेड़ों में कुल तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। माना जा रहा है कि ये आतंकी आगामी चुनाव में खलल डालने की कोशिश कर रहे थे।
राजौरी में भी हुई मुठभेड़
राजौरी जिले के खवास तहसील में भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ बुधवार देर रात संदिग्धों की सूचना मिलने के बाद चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई। सुरक्षा एजेंसियां लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं ताकि किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों को रोका जा सके।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ी आतंकी वारदातें
9 जून को रियासी हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। उस दौरान शिवखोड़ी से आ रही एक बस को आतंकियों ने निशाना बनाया था, जिसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 41 घायल हुए थे। इसके बाद 11 जून को कठुआ के एक गांव में आतंकियों ने हमला किया, जिसमें सेना के जवानों ने दो आतंकियों को मार गिराया था।
इन घटनाओं के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों और पुलिस ने घने जंगलों और पहाड़ों के बीच सर्च ऑपरेशन तेज कर दिए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि को रोका जा सके।
चुनाव से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम
विधानसभा चुनावों से पहले आतंकी गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए सीमा क्षेत्रों पर सतर्कता बढ़ा दी है।
आतंकी हमलों के बीच, सुरक्षाबलों का यह ऑपरेशन यह दिखाता है कि भारतीय सेना और सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।