गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक पुराना मामला सामने आया है। यहां के एक परिवार का दावा है कि उनके बेटे कुंभकरण को 19 साल पहले अगवा किया गया था। अब परिवार की बहन का कहना है कि वह जीवित है। पुलिस ने पहले सर्पदंश से उसकी मौत का दावा किया था, लेकिन परिवार का आरोप है कि यह एक साजिश है। मामले की जांच चल रही है।
मामले का विवरण
कुंभकरण, जो पीपीगंज के रहने वाला है, 19 साल पहले ट्रक चलाने के लिए चंड़ीगढ़ गया था। परिवार का आरोप है कि उसे ट्रांसपोर्टर अमरजीत सिंह ने अगवा कर बेच दिया और सर्पदंश से मृत्यु की झूठी रिपोर्ट दी।
परिवार ने 17 साल पहले महिला समेत तीन लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने सर्पदंश की रिपोर्ट दिखाकर मामले में एफआर लगा दिया। परिवार का कहना है कि कूटरचित दस्तावेज का इस्तेमाल करके आरोपितों को बचाया गया।
पुलिस की प्रतिक्रिया
मंगलवार को कुंभकरण की बहन सुमित्रा पुलिस कार्यालय पहुंचीं और आरोप लगाया कि कुंभकरण को साजिश के तहत मृत घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्टर ने उसे किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया और झूठी रिपोर्ट तैयार की।
नए सिरे से जांच की मांग
सुमित्रा ने आइजीआरएस पर शिकायत दर्ज कराई है और उच्चाधिकारियों से भी प्रार्थना पत्र दिया है। परिवार का कहना है कि अगर मामले की नए सिरे से जांच हो तो आरोपितों की साजिश का पर्दाफाश हो सकता है।
एसपी उत्तरी की टिप्पणी
एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पीपीगंज की निवासी युवती ने 19 साल से भाई के लापता होने और साजिश के तहत मृत घोषित करने की शिकायत की है। मामले की जांच चल रही है और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।